उस्ताद चोदुमल खान साब जी ने
कुंवारे लडको को सलाह देते हुए
एक शेर अर्ज़ किया है .
लम्हा लम्हा वक़्त यूँ इंतज़ार में गुजर जायेगा
सात फेरो के साथ कोई एक दिन तुमसे बंद जाएगा
अभी भी वक़्त है किसी बंदी को पकड़ के चोद लो
क्या पता है कौन चुदा हुआ तुम्हारे गले पड़ जायेगा
लम्हा लम्हा वक़्त यूँ इंतज़ार में गुजर जायेगा
सात फेरो के साथ कोई एक दिन तुमसे बंद जाएगा
अभी भी वक़्त है किसी बंदी को पकड़ के चोद लो
क्या पता है कौन चुदा हुआ तुम्हारे गले पड़ जायेगा